140 करोड़ भारतीयों की अंतरिक्ष यात्रा है।"
">शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम स्पेस के वाणिज्यिक मिशन के तहत तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। वे राकेश शर्मा के बाद दूसरे भारतीय और ISS पर पहुंचने वाले पहले भारतीय नागरिक बन गए हैं। फ्लोरिडा से स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट के ज़रिए रवाना हुए शुक्ला अगले 14 दिन अंतरिक्ष स्टेशन में बिताएंगे।
शुभांशु शुक्ला, नासा की पूर्व मिशन कमांडर पैगी व्हिटसन, हंगरी के टिबोर कपू और पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की के साथ मिलकर नासा और एक्सिओम स्पेस द्वारा संचालित Axiom-4 मिशन में शामिल हैं। यह मिशन तीनों देशों—भारत, हंगरी और पोलैंड—के लिए मानव अंतरिक्ष उड़ान में एक नई शुरुआत को दर्शाता है। कक्षा में पहुंचने के बाद, इस चालक दल ने अपने कैप्सूल का नाम "ग्रेस" रखा।
स्पेसएक्स ने इस चालक दल के लिए संदेश दिया—"धैर्यवान लोगों को अच्छे परिणाम मिलते हैं। 'ग्रेस' के पहले दल को ईश्वर का आशीर्वाद मिले।" यह दल ISS में 14 दिन रहेगा और इस दौरान कुल 60 वैज्ञानिक प्रयोग करेगा। शुभांशु शुक्ला विशेष रूप से भारत-केंद्रित 7 प्रयोग करेंगे।
शुभांशु शुक्ला ने उड़ान से पहले कहा कि वह इस मिशन के ज़रिए देश के युवाओं में वैज्ञानिक सोच और नवाचार की भावना जगाना चाहते हैं। उन्होंने भावुक होकर कहा—
"मैं भले ही अकेले जा रहा हूं, लेकिन यह सफर सिर्फ मेरा नहीं है; यह 140 करोड़ भारतीयों की अंतरिक्ष यात्रा है।"
Lakshya IAS